उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगी राम जैन व नेता सदन, छैल बिहारी गोस्वामी ने बुराड़ी स्थित व्यर्थ भवन सामग्री व मलबे निस्तारण संयत्र का निरीक्षण किया। इस संयत्र में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र से एकत्रित मलबे से इस संयत्र में पुनःचक्रित कर टाईल्स, कर्ब स्टोन व ईंटे बनाई जाती हैं।
जोगी राम जैन ने कहा कि बढ़ते शहरीकरण के कारण कांक्रीट एवं मलबे का निष्पादन काफी बड़ी समस्या बन गया है जिसके निपटान हेतु उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने आई.एल.एफ.एस. से भागीदारी के आधार पर यह संयंत्र आरम्भ किया था। इस संयंत्र के चालू होने से कंक्रीट एवं मलबे के निष्पादन की समस्या काफी हद तक हल हुई है। यह संयत्र लगभग 7 एकड़ के क्षेत्रफल में विकसित किया गया है, जिसमें व्यर्थ भवन सामग्री एवं मलबे से भवन निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री, टाइलें एवं ईंटे बनाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि सी.एंड.डी वेस्ट प्लांट के अधिकारी वाटर स्प्रिंकलर व अन्य उपायों के माध्यम से वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सभी मानदंडों का पालन कर रहे हैं। यह पूरा संयंत्र प्रदूषण रहित है। उन्होंने बताया कि संयंत्र में वाटर स्प्रिंकलर द्वारा पानी का छिडकाव किया जा रहा था और कहीं पर भी धूल के कण नही थे।
जोगी राम जैन ने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में चिन्हित स्थान हैं जहां पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों से व्यर्थ भवन सामग्री एवं मलबे को एकीकृत कर उठाया जाता है। बढ़ते शहरीकरण के कारण दिल्ली में व्यर्थ निर्माण सामग्री एवं मलबे का निष्पादन एक बड़ी समस्या एवं चुनौती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह संयत्र मलबे का पुनःचक्रण कर नई भवन निर्माण सामग्री बना उसे पुनःउपयोग के लिए तैयार करता है, जो कि पर्यावरण के मापदण्ड के अनुरुप है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम की प्राथमिकता ठोस कूड़े एवं मलबे को उठा कर उसका उचित निष्पादन करना है। उन्होंने बताया कि इस संयत्र से व्यर्थ भवन सामग्री व मलबे के निष्पादन की बड़ी समस्या को हल करने में मदद मिल रही है।