दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने आयोग की सदस्य सुश्री किरण नेगी और आयोग के अन्य कर्मचारियों के साथ नवादा में दो स्पा केन्द्रों, ‘जन्नत स्पा सेंटर’ और ‘जैस्मिन स्पा सेंटर’ का औचक छापा मारा जिसमे आयोग ने पाया कि इन मसाज पार्लर में वेश्यावृत्ति की गतिविधियां चल रही हैं। छापेमारी में इन सेंटरों से 1 स्कूल जाने वाली लड़की सहित 9 लड़कियों को बचाया गया।
कई नग्न आदमी इन लड़कियों के साथ बंद कमरे में पकड़े गए और कंडोम का एक बड़ा स्टॉक पाया गया और मसाज़ पार्लर के कमरों में इस्तेमाल किए गए कंडोम भी मिले।
स्पा सेंटर के प्रबंधक, लड़कियों और ग्राहकों के लिखित बयान दर्ज किए गए हैं जिसमें उन्होंने स्वीकार किया है कि परिसर में वेश्यावृत्ति और अन्य अवैध गतिविधियों होती है, यह पाया गया कि स्कूल जाने वाले नाबालिगों सहित सैकड़ों पुरुष प्रतिदिन स्पा सेंटरों में आते हैं। अभी भी इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
वही दूसरे छापेमारी में सुश्री स्वाति मालीवाल , सदस्यसुश्री प्रोमिला गुप्ता, सुश्री किरण नेगी, सुश्री वंदना सिंह और सुश्री फरीदस खान और आयोग के अन्य स्टाफ ने मधु विहार में स्पा सेंटरों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, कई नग्न पुरुषों लड़कियों के साथ बंद कमरे में पकड़े गए थे. 7 लड़कियों को स्पा सेंटर से बचा लिया गया।
क्रॉस रिवर मॉल के स्पा सेंटरों में भी निरीक्षण किया गया। वहां भी सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। मॉल में कई स्पा सेंटर काम कर रहे हैं।
इस संबंध में डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस और एमसीडी को समन जारी किया है। डीसीपी द्वारका और एमसीडी को भेजे गए समन में डीसीडब्ल्यू प्रमुख ने स्पा सेंटरों की स्थिति पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि स्पा और मसाज पार्लर के नाम पर वेश्यावृत्ति की गतिविधियां खुलेआम हो रही हैं। आयोग को स्पा पार्लर में हो रही वेश्यावृत्ति गतिविधियों के संबंध में पूरे दिल्ली से कई शिकायतें प्राप्त होती हैं। पूरे दिल्ली में कई स्पा केंद्र अवैध रूप से चल रहे हैं।
डीसीडब्ल्यू ने दिल्ली पुलिस और एमसीडी से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने पुलिस से इस मामले में की गई गिरफ्तारी के ब्यौरे के साथ दर्ज एफआईआर की प्रति उपलब्ध कराने को कहा है। आयोग ने पूर्व में उपरोक्त स्पा केंद्रों के खिलाफ प्राप्त शिकायतों का ब्यौरा देने के साथ-साथ उस पर की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने को कहा है।
आयोग ने क्षेत्र में संचालित स्पा केन्द्रों का ब्यौरा उनकी वैधता की स्थिति के साथ मांगा है। आयोग ने पूछा है कि क्या इन स्पा सेंटरों में वेश्यावृत्ति का कोई रैकेट चल रहा है। आयोग ने दिल्ली पुलिस द्वारा स्पा सेंटरों को दी जाने वाली मंजूरी का ब्यौरा भी मांगा है। आयोग ने पूछा है कि क्या दिल्ली पुलिस ने एमसीडी या किसी अन्य प्राधिकरण को अपने क्षेत्र में संचालित स्पा सेंटरों को बंद करने की सिफारिश भेजी है।
इसके अतिरिक्त, आयोग ने दिल्ली पुलिस से स्पा केन्द्रों पर निगरानी तंत्र और स्पा केन्द्रों में दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए निरीक्षणों के ब्यौरे के बारे में आयोग को सूचित करने को कहा है।
आयोग ने तीन एमसीडी के आयुक्त को समन भी जारी किया है। दिल्ली नगर निगम से कहा गया है कि वे उनके अधिकार क्षेत्र में संचालित स्पा केंद्रों का ब्यौरा उपलब्ध कराएं, जिनमें उनका नाम और पता भी शामिल है। आयोग ने स्पा सेंटरों को लाइसेंस उपलब्ध कराने की प्रक्रिया का विवरण, लाइसेंस देने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों का विवरण भी मांग है जिन्होंने इनको एमसीडी का लाइसेंस दिया है। इसके अलावा, आयोग ने अधिकारियों और व्यक्तियों से स्पा सेंटरों के खिलाफ प्राप्त शिकायतों का ब्यौरा मांगा है.
