साथियो, क्या आप जानते है कि हमारे देश में प्रतयेक 4 मिनट के बाद सड़क दुर्घटना में एक की मृत्यु होती है।
वर्ष 2014 में कुल दुर्घटना 4,8 9, 400 और जिसमें से व्यक्ति 493474 घायल हो गए और इन 139671 से मारे गए। और वर्ष 2015 में कुल 501423 दुर्घटना हुई, जिस पर 500279 लोग घायल हो गए और 146133 और वर्ष 2016 में मारे गए। दुर्घटना 480652 घायल 494624 और 150785 मृत्यु का शिकार हुए।
आप भी जानते है कि सड़के वाहनों के लिए और फुटपाथ लोगो के चलने के लिए, तो ऐसे में कोई भी पार्टी सड़को पर कब्जा कर कार्यालय कैसे बना सकती है?
सरकारी जमीन पर इस तरह का कब्जा साफतौर पर दिल्ली हाई कोर्ट के आदेशों की अवहेलना है साथ ही नार्थ दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की अडिशनल कमिश्नर ने साफ आदेश दिए है कि सड़कों व फुटपाथों से अवैध कब्जे हटाये जाए।
क्यो ऐसे लोग जो जनप्रतिनिधि होने का दावा करते है ? आम जनता के जीवन से खिलवाड़ कैसे कर सकते है । जब सड़को पर ही अवैध कब्जे होंगे तो क्या ऐसे में कोई बड़ी दुर्घटना नही होगी? क्या किसी की जान नही जा सकती? क्या किसी की जान की जिम्मेदारी ये जनप्रतिनिधि लेंगे ? बड़ा सवाल ?
जनहित में जारी ।